courses after 12th commerce

व्यवसाय की स्थापना किसे कहते हैं | व्यापार की स्थापना class 12 | Establishment of business

प्रारम्भिक प्राचीन काल में व्यवसाय का क्षेत्र अत्यन्त सीमित व संकुचित था। उत्पादन छोटे पैमाने पर तथा कुटीर आधार पर किया जाता था। व्यवसाय प्रारम्भ करने के लिए न तो किसी विशेष समस्या का सामना करना पड़ता था और न ही इसके लिए किसी विशेष प्रकार की शिक्षा-दी…

साझेदारी क्या है : आशय, परिभाषा, विशेषताएँ, प्रकार एवं गुण-दोष

साझेदारी से आशय सामान्य अर्थों में, विशिष्ट गुणों वाले व्यक्तियों के सामूहिक संगठन को 'साझेदारी' कहते हैं। व्यावसायिक संगठन के इस प्रारूप के अन्तर्गत दो या दो से अधिक व्यक्ति मिलकर व्यवसाय प्रारम्भ करते हैं। वे अपनी योग्यता के अनुसार व्यापार क…

खुदरा रोकड़ बही से क्या आशय है ? तैयार करने की विधियां

खुदरा रोकड़ बही से आशय  'खुदरा रोकड़ बही ' वह    पुस्तक  है, जिनमें व्यापार से सम्बंधित समस्त छोटे-छोटे व्ययों का लेखा किया जाता है; जैसे - स्टेशनरी, डाक व तार व्यय, टिकट व्यय, यात्रा व्यय, मजदूरी व्यय एवं जलपान व्यय आदि |इसके रखे जाने से प्रधान…

तीन खाने वाली रोकड़ बही क्या है ? एवं लेखा करने की विधि

तीन खाने वाली रोकड़ बही से आशय  तीन खाने वाली रोकड़ बही से आशय है कि प्रायः बड़े-बड़े व्यापारी अपना हिसाब बैक में रखते हैं ; क्योंकि उनके अधिकाँश लेन-देन बैंक के द्वारा ही होतें हैं | इस दशा में इस रोकड़ बही में छूट एवं रोकड़ के खाने के साथ-साथ एक बैंक का …

खाता शब्द से क्या आशय है? प्रकार,जर्नल में लेखा करने नियम

खाता शब्द से आशय  किसी व्यक्ति विशेष य बस्तु से सम्बंधित समस्त लेन-देनों का संक्षिप्त ब्यौरा 'खाता ' कहलाता है |प्रत्येक खाता दो भागों में विभाजित होता है | बाईं ओर वाला भाग ऋणी (Debit Side) तथा दांयी ओर वाला भाग धनी भाग (Credit Side) कहलाता …

दोहरा लेखा प्रणाली क्या हैं? तथा लेखा प्रणाली गुण एंव दोष

दोहरा लेखा प्रणाली का अविष्कार सर्वप्रथम इटली के प्रसिद्ध गणितज्ञ 'लूकस पैसीयोली  ' द्वारा सन 1994 ई. में किया गया था | इन सिद्धांतों का विस्तृत वर्णन उनकी पुस्तक De Computiset Scripturis में किया गया है | एच.ओल्ड कैसिल द्वारा इस पुस्तक का …

लेखांकन के विविध स्वरुप क्या हैं -in hindi

एक व्यावसायिक संस्था को अपने उद्देश्यों की पूर्ति हेतु कई प्रकार के लेखांकन की आवश्यकता पड़ती है | जिन सिद्धांतों के आधार पर किसी व्यवसाय एवं उद्दोग के कार्यकलापों पर लेखा किया जाता है, उन्हें कई भागो में विभाजित किया जाता है | लेखांकन के बिविध स्वरुप …

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