Hindi

विराम चिन्ह किसे कहते हैं और यह कितने प्रकार के होते हैं उदाहरण सहित समझाइए

विराम चिन्ह इसमें दो शब्द हैं- विराम और चिन्ह । विराम का आशय  आराम, रूकना, ठहराव इत्यादि। चिन्ह का आशय है- निशान, निश्चित, आकार-प्रकार, स्वरूप। सरल शब्दों में विराम चिन्हों से आशय चिन्हों या संकेतों से है जो लेखक द्वारा शब्दों, वाक्यों या वाक्यांशों क…

आदिकालीन रासो साहित्य क्या है? रासो काव्य परम्परा की विवेचना

रासो शब्द अति प्राचीन है। हिन्दी साहित्य के इतिहास का आदिकाल रासो नामक ग्रन्थों से भरा पड़ा है। इस काल की सीमा रेखा संवत् 1050 से लेकर 1375 तक है। इस काल की अधिकांश कृतियों राम्रो शब्द से अभिहित की गई हैं। रासो नाम की कृतियाँ सर्वप्रथम अपभ्रंश में लिख…

आदिकाल के इतिहास ग्रंथों की समीक्षा। सिद्ध और नाथ साहित्य

कोई भी साहित्य का प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से अपनी पूर्व परम्परा से विकास होता है। समकालीन साहित्य भी परस्पर प्रभावित होते रहते हैं। हिन्दी के आदि साहित्य को संस्कृत अपभ्रंश आदि हो विरासत में मिली थी आदिकाल में भी हिन्दी के समानांतर संस्कृत और अप…

आदिकाल की पृष्ठभूमि एवं साहित्यिक प्रवृत्तियों का वर्णन

हिन्दी साहित्य के इतिहास के प्रसंग में "वीरगाथा काल" की धारणा आचार्य रामचन्द्र शुक्ल की देन है। 1929 ई. में पहली बार प्रकाशित अपना ग्रन्थ "हिन्दी साहित्य का इतिहास" में उन्होंने हिन्दी साहित्य के इतिहास के प्रथम काल को वीरगाथा काल …

हिन्दी साहित्य के इतिहास लेखन की परम्परा का विवेचन

इतिहास लेखन, जिस प्रकार जीवन गतिशील है उसी प्रकार साहित्य भी। जिस साहित्य में गति नहीं होती हैं, वह निष्प्राण एवं मरणोन्मुख प्रवृत्ति की सीमा में बँधकर रह जाता है। हिन्दी साहित्य के इतिहास को ही लीजिए वह समय-समय पर हुए सामाजिक, धार्मिक, राजनैतिक एवं द…

हिन्दी साहित्य के इतिहास दर्शन, अर्थ, स्वरुप, रूपरेखा

शाब्दिक दृष्टि से 'इतिहास' का अर्थ है 'ऐसा हो या' या 'ऐसा ही हुआ'। इससे दो बातें स्पष्ट है एक तो यह कि इतिहास का सम्बन्ध अतीत से है; दूसरे यह कि उसके अन्तर्गत केवल वास्तविक या यथार्थ घटनाओं का समावेश किया जाता है। उसमें उन सभी …

Load More
That is All