मौलिक अधिकार - [FUNDAMENTAL RIGHTS] byPravin Contents "एक स्वतन्त्र प्रजातन्त्रात्मक देश में मूल अधिकार सामाजिक, धार्मिक और नागरिक जीवन के प्रभावदायक उपभोग के एकमात्र साधन है। इन अधिकारों के बिना प्रजातन्त्रात्मक सिद्धान्त लागू नहीं हो सकते और सदैव ही बहुमत के अत्याचार का …