भ्रमित सम्प्रेषण का आशय,अवरोध एवं सुधार-miscommunication byPravin Contents एक सम्प्रेषक द्वारा सम्प्रेषणग्राही तक सन्देश / सूचना को प्रसारित करने की प्रक्रिया सम्प्रेषण कहलाती है अर्थात् इस प्रक्रिया में सम्प्रेषक एवं प्राप्तकर्ता के मध्य सन्देशों / सूचनाओं का आदान-प्रदान होता है। इस आदान-प्रदान के…