प्राच्य-पाश्चात्य विवाद

1813 और 1833 के आज्ञा पत्र | प्राच्य-पाश्चात्य विवाद क्या है ?

1813 का आज्ञा पत्र कम्पनी का आज्ञा पत्र प्रति 200 वर्ष बाद पुनरावर्तन हेतु ब्रिटिश पार्लियामेन्ट में पेश होता था। 1793 में जब कम्पनी का आज्ञा पत्र पुनरावर्तन के लिए ब्रिटिश पार्लियामेन्ट में पेश हुआ था तब उसके सदस्य रॉबर्ट विवरफोर्स ने चार्ल्स ग्रान्ट…

Load More
That is All