द्वैध शासन

द्वैध शासन, हर्टाग समिति और वुड-ऐबट रिपोर्ट का वर्णन

द्वैध शासन 1914 के प्रथम युद्ध के बाद संसार की राजनीति में एक नए युग का शुभारम्भ हुआ। सभी पराधीन देश स्वतन्त्रता की माँग करने लगे। भारत में तो यह मांग बहुत पहले से की जा रही थी। इस युद्ध की समाप्ति के बाद इस माँग ने तेजी पकड़ी। महात्मा गाँधी के नेतृत्…

Load More
That is All