निर्गुण ब्रम्ह अंनत कोटि ब्रम्हांड में फैली ब्रम्ह शक्ति जो सृजन,नियंत्रण एवं संहार का प्रमुख कारण है जिसकी व्याख्या महाराज तुलसी महोदय ने की है वो अपने निम्न भावों में प्रकट करते है - बिनु पद चलइ सुनई बिनु काना !कर बिनु करम करइ बिधि नाना !! आनन रहित…