WhatsApp Group Join Now Telegram Group Join Now प्राचीन भारतीय राजनीतिक चिन्तन भारत में राजनीतिक चिन्तन की परम्परा बहुत प्राचीन है। राज्य क्या है ? उसका प्रारम्भ कैसे हुआ? राजा कौन है? राजा के कर्त्तव्य क्या हैं? उसके दायित्व कौन से हैं…
WhatsApp Group Join Now Telegram Group Join Now प्राचीन भारतीय राजनीतिक चिन्तन भारत में राजनीतिक चिन्तन की परम्परा बहुत प्राचीन है। राज्य क्या है ? उसका प्रारम्भ कैसे हुआ? राजा कौन है? राजा के कर्त्तव्य क्या हैं? उसके दायित्व कौन से हैं…
पंचभूतों का प्रकटीकरण ही सृष्टि निर्माण का आधार है जब पंचभूत (भगवान) आपस में क्रियाकर एक बाह्य आवरण से स्वतः को ढंक लेते हैं और अपने चारों तरफ के पर्यावरण से अलग संरचना में रहते हैं तब इस अवस्था को निकाय अवस्था या निकाया कहते हैं जिसका विस्तृत विवरण म…
सगुण ब्रम्ह ,अध्यात्म एवं विज्ञान ऊर्जा ही उचित भौतिक परिस्थितियों में पदार्थ में परिवर्तित हो जाती है और यही पदार्थ तीनों अवस्थाओं ठोस, द्रव व गैस को प्राप्त होते हैं। ठोस अवस्था में ऊर्जा साकार स्वरूप में होती है और इस अवस्था से अन्य अवस्थाओं को प्र…
निर्गुण ब्रम्ह अंनत कोटि ब्रम्हांड में फैली ब्रम्ह शक्ति जो सृजन,नियंत्रण एवं संहार का प्रमुख कारण है जिसकी व्याख्या महाराज तुलसी महोदय ने की है वो अपने निम्न भावों में प्रकट करते है - बिनु पद चलइ सुनई बिनु काना !कर बिनु करम करइ बिधि नाना !! आनन रहित…