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UP TGT-PGT COMMERCE 2024 Daily Practice SET 02 in Hindi
1. व्यापार के स्वामी द्वारा व्यापार में लगाया गया धन कहलाता है-
- (a) पूँजी
- (b) माल
- (c) सम्पत्ति
- (d) भवन
Ans : (a) व्यापार के स्वामी द्वारा व्यापार में लगाया गया धन पूँजी कहलाता है। दूसरे शब्दों में अगर हम कहें, एक व्यापारी जिस धन को लगाकर व्यापार प्रारम्भ करता है, उसे पूँजी कहते हैं। एकाकी व्यापार में पूँजी व स्वामी का अस्तित्व एक साथ होता है किन्तु कम्पनी व्यवसाय में दोनों में पृथकता होती है।
2. पुस्तपालन का क्या अर्थ होता है?
- (a) प्रारम्भिक पुस्तकों में लेखे करना
- (b) लाभ-हानि खाता तैयार करना
- (c) शुद्ध लाभ की गणना करना
- (d) साझेदारी संलेख लिखना
Ans : (a) सामान्यतः पुस्तपालन (Book Keeping) का तात्पर्य दिन-प्रतिदिन के सौदों को तिथिवार प्रारम्भिक लेखा पुस्तकों में लेखा करने से है। इसमें कच्ची बही में लेखा करना, जर्नल प्रविष्टियाँ करना या सहायक बहियों में लेखा करना शामिल होता है।
3. एक विक्रेता अपने Rs.2,000 के माल को Rs.1,800 में क्रेता को देता है। Rs.200 का यह अन्तर कहलाएगा-
- (a) नकद छूट
- (b) व्यापारिक छूट
- (c) उधार विक्रय
- (d) अप्राप्य ऋण
Ans : (b) एक विक्रेता अपने Rs.2000 के माल को Rs.1800 में क्रेता को देता है, तो Rs.200 के अन्तर की यह राशि व्यापारिक छूट की श्रेणी में आता है। यह कटौती मूल्य की सूची में लिखी रहती है और यह उन सब ग्राहकों को दी जाती है जो एक ही वस्तु में व्यापार करते हैं। इस कटौती का उद्देश्य यह होता है कि ग्राहक की संख्या में वृद्धि हो।
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4. निम्नलिखित में से किसका उद्देश्य जिम्मा लेना है?
- (a) प्रमाणिकता
- (b) दर्ज राशि की शुद्धता
- (c) स्वामित्व
- (d) इनमें से कोई नहीं
Ans: (c) सामान्यतः एक व्यवसायिक संस्था में जिम्मा या जिम्मेदारी का आशय उत्तरदायित्वों के वहन करने से होता है अर्थात् किसी भी गतिविधि या कार्य के लिए संस्था का उत्तरदायी व्यक्ति ही जिम्मेदार होता है, और इन उत्तरदायित्वों का निर्वहन संस्था के स्वामित्व या स्वामी के द्वारा किया जाता है यद्यपि बड़ी व्यवसायिक संस्थाओं का स्वामित्व किसी एक व्यक्ति के हाथ में केन्द्रित न होकर कई लोगों के पास तक फैला होता है और उनका नेतृत्व उनमें से किसी एक या कुछ लोगों द्वारा किया जाता है, और उनके द्वारा लिए गए निर्णय एवं किए गये कार्यों के प्रति सभी उत्तरदायी होते हैं।
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5. लेखांकन का प्रमुख कार्य क्या है?
- (a) आर्थिक समंकों का अभिलेख
- (b) कार्य हेतु सूचना आधार प्रदान करना
- (c) व्यवसायिक लेन-देनों का वर्गीकरण में अभिलेख
- (d) गैर आर्थिक लक्ष्यों को प्राप्त करना
Ans : (c) लेखांकन का प्रमुख कार्य व्यवसायिक लेन-देनों का वर्गीकरण व अभिलेख रखना है। लेखांकन व्यवसाय के लेखों एवं घटनाओं को जो पूर्णतः या अंशतः वित्तीय स्वभाव के होते हैं, मुद्रा के रूप में प्रभावशाली ढंग से लिखने, वर्गीकरण करने तथा महत्वपूर्ण रूप से सांराशित करने व उनके परिणामों की व्याख्या करने की कला है। लेखांकन क्रिया वहाँ से प्रारम्भ होती है, जहाँ पुस्तपालन समाप्त होता है।
6. निम्नलिखित में से कौन सा लेखांकन समीकरण है?
- (a) Capital= Assets + Liabilities पूँजी = संपत्ति + दायित्व
- (b) Capital =Assets - Liabilities पूँजी = संपत्ति - दायित्व
- (c) Assets =Liabilities - Capital संपत्ति = दायित्व- पूँजी
- (d) Liabilities =Assets + Capital दायित्व = संपत्ति + पूँजी
Ans: (b) लेखांकन समीकरण द्विपक्षीय अवधारणा पर आधारित है। इस अवधारणा के अनुसार प्रत्येक व्यवसायिक व्यवहार के दो पक्ष होते हैं- एक डेबिट तथा दूसरा क्रेडिट। इसलिए सम्पत्ति एवं दायित्व का योग बराबर होता है। इसी अवधारणा पर लेखांकन का मूल समीकरण लिखा जाता है-
सकल दायित्व = सम्पत्तियां
पूँजी बाहरी दायित्व = सम्पत्तियां।
7. पूँजी खाता ...... खाता है-
- (a) व्यक्तिगत
- (b) वास्तविक
- (c) अवास्तविक
- (d) उपर्युक्त में कोई नहीं
Ans: (a) सभी लेनदारों तथा देनदारों के खाते व्यक्तिगत खाते की श्रेणी में आते है। इस दृष्टि से पूँजी खाता (Capital A/c) तथा आहरण खाता (Drawing A/c) भी व्यक्तिगत खाता होता है, क्योंकि इसमें व्यापार के स्वामी से सम्बन्धित लेन-देन लिखे जाते हैं। व्यापार के स्वामी के व्यक्तिगत खाते को पूँजी खाता कहा जाता है। व्यापार के स्वामी द्वारा व्यवसाय से मुद्रा निकालने के लिए आहरण खाता खोला जाता है। इस प्रकार आहरण खाता भी व्यक्तिगत खाता होता है।
8. निम्नलिखित में से कौन-सा एक सही लेखांकन समीकरण है?
- (a) परिसम्पत्ति= स्वामी की इक्विटी
- (b) परिसम्पत्ति = दायित्व + स्वामी की इक्विटी
- (c) परिसम्पत्ति = दायित्व - स्वामी की इक्विटी
- (d) परिसम्पत्ति = दायित्व =स्वामी की इक्विटी
Ans : (b) लेखांकन की दोहरा लेखा प्रणाली के अन्तर्गत सौदे के दो रूप प्रभावी होते हैं। फलस्वरूप तैयार किये जाने वाले आर्थिक चिट्ठे के दोनों पक्ष सम्पत्तियों व दायित्वों का योग एक-दूसरे के बराबर होता है। उदाहरणार्थ-
सम्पत्ति = दायित्व +स्वामी की इक्विटी
या सम्पत्ति - दायित्व= स्वामी की इक्विटी
या सम्पत्ति - स्वामी की इक्विटी = दायित्व
9. दी इन्स्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एण्ड वर्क्स एकाउन्टेंट्स ऑफ इंडिया का प्रधान कार्यालय स्थित है-
- (a) दिल्ली में
- (b) मुम्बई में
- (c) चेन्नई में
- (d) कोलकाता में
Ans : (d) दि इन्स्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एण्ड वर्क्स एकाउन्टेंट्स ऑफ इंडिया (ICWA) का प्रधान कार्यालय कोलकाता में है। इसकी स्थापना 28 मई, 1959 में हुई थी।
10. आधुनिक लेखांकन प्रणाली का जनक किसे माना जाता है ?
- (a) जे. आर. बाटलीबॉय को
- (b) लुईस प्रथम को
- (c) लूकास पैसिओली को
- (d) फिलिप कोटलर को
Ans: (c) आधुनिक लेखांकन प्रणाली का जनक लूकास पैसिओली को माना जाता है। वर्ष 1494 में इटली के वेनिस शहर में सर्वप्रथम 'डी कम्प्यूटीसिट स्क्रिप्वरिस' नामक पुस्तक में 'Double Entry System' पर एक लेख प्रकाशित हुआ, जिसका प्रकाशन पैसिओली महोदय ने किया था तभी से इन्हें दोहरा लेखा प्रणाली का जन्मदाता माना जाने लगा।
11. निम्नलिखित में से कौन-सा एक कार्य लेखांकन का नहीं है?
- (a) लाभ अधिकतमीकरण
- (b) वैधानिक आवश्यकताओं को पूरा करना
- (c) व्यवसाय की सम्पत्तियों की रक्षा करना
- (d) अभिलेखों को व्यवस्थित करना
Ans: (a) सामान्यतः लेखांकन के अन्तर्गत निम्नलिखित कार्यों को सम्पन्न किया जाता है-
- वैधानिक आवश्यकताओं को पूरा करना
- व्यवसाय की सम्पत्ति की रक्षा करना
- अभिलेखों को व्यवस्थित करना
- पुस्तपालन की गणित सम्बन्धी त्रुटियों का पता लगाने के लिए खाताबही की सहायता से तलपट बनाना
- वर्ष के अन्त में वित्तीय विवरण तैयार करना
- भूल-सुधार तथा समायोजन के लेखे करना
- लेखांकन की सूचनाओं का विश्लेषण तथा निर्वचन करना।
स्पष्ट है कि लाभ का अधिकतमीकरण करना लेखांकन का कार्य नहीं है।
12. लेखांकन किसकी भाषा है ?
Ans.: लेखांकन व्यवसाय की भाषा है और लेखांकन व्यवसायी द्वारा आवश्यक सभी सूचना प्रदान करता है। यह दोनों कथन सत्य हैं तथा तर्कवाक्य कथन को सिद्धित करता है।
13. एक व्यापार में 1 जनवरी को शुद्ध सम्पत्तियाँ 6,000 रु. हैं और 31 जनवरी को 7,500 रु. हैं। यदि जनवरी में मालिक द्वारा आहरण 1,000 रु. है तो जनवरी माह की शुद्ध आय है ?
- (a) Rs. 1,500
- (b) Rs. 2,500
- (c) Rs. 500
- (d) इनमें से कोई नहीं
Ans. (b): Rs. 2,500
14. निम्नांकित में से कौन एक चालू-दायित्वों में सन्निहित नहीं होता -
- (a) Bills payable/देय बिल
- (b) Contingent liability/सम्भाव्य दायित्व
- (c) Trade creditors/व्यापारिक लेनदार
- (d) Interest outstanding on debentures ऋण पत्रों पर अदत्त ब्याज
Ans. (b): संभाव्य दायित्व वास्तव में कोई दायित्व नहीं होते व दायित्व होने के संभावना मात्र होते हैं। अतः चिट्ठे के दायित्व पक्ष के राशि स्तम्भ में नहीं दर्शाया जाता अपितु विवरण में टिप्पणी में दिखाए जाते हैं।
15. पूर्वदत्त बीमा खाता है ?
- (a) an expense / एक व्यय
- (b) a revenue/ एक आय
- (c) an asset/ एक संपत्ति
- (d) a liability/एक दायित्व
Ans. (c): पूर्वदत्त बीमा खाता एक सम्पत्ति खाता है जो वास्तविक खाते की श्रेणी में आता है।
16. निम्नांकित में से कौन सा वैयक्तिक/व्यक्तिगत खाता है-
- (a) Pre-paid Salary Account/ पूर्वदत्त वेतन खाता
- (b) Drawings Account/ आहरण खाता
- (c) Outstanding Rent Account/ अदत्त किराया खाता
- (d) उपरोक्त में से सभी
Ans. (d) : पूर्वदत्त वेतन खाता, आहरण खाता, अदत्त किराया खाता, अदत्त ब्याज सभी व्यक्तिगत खाते की श्रेणी में आते हैं।
17. निम्नलिखित में से कौन सा एक लेखांकन का कार्य नहीं है?
- (a) अभिलेखों को व्यवस्थित रूप से रखना
- (b) व्यवसाय की सम्पत्तियों की रक्षा करना
- (c) परिणामों को अधिकतम करना
- (d) वैधानिक आवश्यकताओं को पूरा करना
Ans : (c) लेखांकन के अन्तर्गत निम्नलिखित कार्य होते है-
- वित्तीय सौदों का नियमित लेखे करना
- लेखों के निष्कर्षों की सूचना देना
- व्यवसाय की सम्पत्ति की रक्षा करना
- कानूनी आवश्यकताओं को पूरा करना।
- परिणामों को अधिकतम करना, यह व्यवसाय का कार्य है न कि लेखा का।
18. निम्नलिखित में से कौन-सा लेखांकन समीकरण सही नहीं है?
- (a) Assets =Liabilities + Capital सम्पत्ति = दायित्व + पूँजी
- (b) Capital =Assets - Liabilities पूँजी = सम्पत्ति-दायित्व
- (c) Liabilities= Assets - Capital दायित्व = सम्पत्ति-पूँजी
- (d) Liabilities= Assets +Capital दायित्व = सम्पत्ति + पूँजी
Ans. (d) : यह समीकरण लेखांकन के द्विपक्षीय अवधारणा के अन्तर्गत नहीं आता है। इसके अनुसार प्रत्येक व्यवहार के दो पक्ष होते हैं एक डेबिट तथा दूसरा क्रेडिट। इसलिए सम्पत्ति का योग एवं दायित्व का योग बराबर होता है। द्विपक्षीय अवधारणा पर लेखाकरण का मूल समीकरण निम्न है-
सकल दायित्व= सम्पत्तियाँ
यानी सम्पत्तियाँ = पूँजी वाह्य दायित्व ।
19. निम्नलिखित में से कौन-सा लेखांकन का कार्य नहीं है-
- (a) व्यवस्थित अभिलेख रखना
- (b) व्यवसाय की परिसम्पत्तियों को सुरक्षित रखना
- (c) परिणामों को अधिकतम करना
- (d) कानूनी आवश्यकताओं का पालन करना नहीं है।
Ans. (c) : परिणामों को अधिकतम करना लेखांकन का कार्य नहीं है।
20. स्वामी द्वारा अपने निजी उपयोग हेतु व्यवसाय से माल निकालने पर क्रेडिट किया जाएगा-
- (a) Sales account/बिक्री खाता
- (b) Purchases account/क्रय खाता
- (c) Supplier's account/आपूर्तिकर्ता का खाता
- (d) Stock account/रहतिया खाता
To Purchases A/c
(Being Goods drawing by Owner's)