प्रमुख पर्यटन स्थलों के नाम | भारत के प्रमुख पर्यटन स्थल

प्रमुख पर्यटन स्थलों के नाम 

भारत देश विशालता लिए हुए है। इसीलिए लोग इसे उपमहादेश एवं महामानवों का तीर्थ स्थल भी कहते हैं। क्षेत्रफल के हिसाब से यह विश्व का 7वाँ तथा जनसंख्या की दृष्टि से विश्व में दूसरा स्थान रखता है। इसीलिए युगों-युगों से यहाँ देश-विदेश के पर्यटक (यात्री) शासक व्यापारी धार्मिक यात्रा करते रहे हैं।

प्रमुख पर्यटन स्थलों के नाम | भारत के प्रमुख पर्यटन स्थल

भारतीय भूमण्डल 3.28 हजार वर्ग किमी क्षेत्र में विकसित है। उत्तर से दक्षिण 3,220 और पूर्व से पश्चिम 2,980 कि.मी. में यह देश फैला है। यहाँ की 60 प्रतिशत भूमि उर्वर है जबकि चीन की 10 तथा अमेरिका की 20 प्रतिशत भूमि ही उर्वर है। यहाँ प्राकृतिक वन 23 प्रतिशत होने के बावजूद भारत में 18 प्रतिशत जंगल है। 350 प्रकार के सरीसृप भारत के जंगलों में पाये जाते हैं। 800 राष्ट्रीय अभयारण्य, 442 पक्षी तथा 23 व्याघ्र परियोजना भवन में है। कहीं अधिक वर्षा, कहीं अधिक वन कहीं-कहीं यात्री के लिए विचित्रताओं से भरे भवन को देखना कौन नहीं चाहेगा।

"गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती,

नर्मदे सिन्धु कावेरी जले अस्मिन सन्निधि कुरुः"

भारत पर्यटकों का देश है। यहाँ का प्रत्येक नगर या सहर या कहें कि राज्य पर्यटन स्थलों से भरा पड़ा है। जिसका विवरण नीचे विस्तृत रूप में दिया गया है- 

असम राज्य-

यहाँ प्रसिद्ध कामाख्या मन्दिर है। यह एक प्राचीन देवी का मन्दिर है। तान्त्रिक साधना का यह सिद्ध पीठ माना जाता है। इसके अतिरिक्त अन्य और भी दर्शनीय स्थल हैं। उमानन्द और नवग्रह काजीरंगा एवं मानस वन्य जीवन अभयारण्य, हाजी के निकट बौद्ध मन्दिर, योआ मोक्का का मस्जिद । डिब्रूगढ़ यहाँ का प्रसिद्ध मन्दिर शहर है, जहाँ तेलशोधक कारखाना है तथा भारतीय रेलवे का यहाँ पूर्वी छोर का अन्तिम स्टेशन है।और डिग्बोई में तेल के कुएँ बहुत से हैं। नानामति में सार्वजनिक क्षेत्र का प्रथम तेलशोधक कारखाना स्थापित है।

आन्ध्र प्रदेश- 

तिरुपति का वेंकटेश्वर मन्दिर यहाँ का प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल है। यह द्रविण शैली की स्थापत्य कला का एक महत्वपूर्ण केन्द्र है। हैदराबाद यहाँ का प्रसिद्ध नगर है। सालारगंज म्यूजियम, उसमानिया विश्वविद्यालय, चारमीनार, स्टाफ कॉलेज, चिड़ियाघर, बिरला मन्दिरं, मस्जिद, कुतुबशाही बादशाहों के मकबरे, बादामी, एहोल पद्दकेल के मन्दिर, नागार्जुनी सागर आदि यहाँ के प्रसिद्ध स्थान हैं। विशाखापट्टनम् और विजयवाड़ा यहाँ के मुख्य पर्यटन स्थल हैं। अमरावती का विश्व प्रसिद्ध स्तूप कभी विजयवाड़ा में ही था। यही प्राचीन काल में आन्ध्र शासकों का ख्याति प्राप्त केन्द्र था।

उड़ीसा-

उड़ीसा मन्दिरों का नगर है। यहाँ प्राचीन काल के कुछ प्रमुख मन्दिर थे। यहीं है जगन्नाथपुरी का मन्दिर जो भारत में हिन्दुओं का एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल माना जाता है। सूर्यदेव के कोणार्क का मन्दिर भी यहीं है। अपनी शैली के लिए कलाविदों में प्रसिद्ध लिंगराज का मन्दिर भी यहीं है। भुवनेश्वर यहाँ की राजधानी है जो मन्दिरों की नगरी के रूप में प्रसिद्ध है। कटक यहाँ का प्रसिद्ध नगर है जहाँ केन्द्रीय शोध संस्थान स्थापित है। शंकराचार्य का भी मठ यहीं है। यहाँ के अन्य और भी दर्शनीय स्थल हैं- उदयगिरी-खण्डगिरी गुफाएँ, धौली का लेख, संग्रहालय, पुरी रथयात्रा का उत्सव, कोणार्क और कटक के नगर, सागर तट पिपली, बालासोर, चण्डी आदि।

उत्तर प्रदेश- 

यहाँ के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं- आगरे का किला, ताजमहल, इलाहाबाद का संगम, राजधानी, कन्नौज, कानपुर, गोरखपुर, जौनपुर, मिर्जापुर, चिनार का किला, मुरादाबाद, मथुरा, लखनऊ, वाराणसी (काशी), हरिद्वार, हर्ष की राजधानी (राम जन्म भूमि)अयोध्या, बद्रीनाथ, केदारनाथ एवं अनेक स्थानों के संग्रहालय तीर्थ प्राकृतिक दृश्य प्रमुख है।

केरल-

यहाँ का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल  त्रिवेन्द्रम का प‌द्मनाथ मन्दिर तथा पेरियर वाइल्ड लाइफ सेंचुअरी विशेष दर्शनीय हैं। यहीं थुम्बा में रॉकेट केन्द्र है। समुद्रतटीय प्रदेश अत्यन्त प्राकृतिक दृश्य एवं सुविधाओं से युक्त है। यहाँ समुद्र और सूर्य का आनन्द लेने पर्यटक आते हैं। यहाँ के दर्शनीय नगर हैं- कालीकट, कोचीन, त्रिवेन्द्रम, क्वालम्, एरणाकुल्लम् तथा पड़ोस के बिखरे लक्षद्वीय, केरल द्वीपसमूह। ये सभी प्राकृतिक दृश्यों से भरपूर हैं। त्रिवेन्द्रम में संग्रहालय, जन्तुशाला, कला बीथी, पद्म का नाम मन्दिर आदि हैं।

कर्नाटक-

अरब सागर तट पर स्थित इसके प्रसिद्ध नगर हैं- बंगलौर, मंगलौर, उडोपी, मैसूर, बादामी, ऐहोल, बेलूरी आदि। यह एक प्रसिद्ध पर्यटक राज्य है, जहाँ अतुलित पर्यटक सम्पदा भी है। ऐहोल चालुक्यों का एक प्रधान केन्द्र था। यहाँ तत्कालीन स्थापत्य और मूर्तिकला की बड़ी सुन्दर कृतियाँ भी उपलब्ध हैं। बादामी चालुक्यों की राजधानी थी। वह द्रविण शैली के मन्दिरों तथा चट्टानों से निर्मित खम्भों पर बने भवनों के लिए प्रसिद्ध है। बाजीपुर का विश्व प्रसिद्ध गोल गुम्बज संसार का सबसे बड़ा गुम्बज है। यह आदिलशाही सुल्तानों की राजधानी थी। यहाँ के मकबरे और मस्जिद देखते ही बनते हैं। विजयनगर राज्य की राजधानी हम्पी यहीं थी। यहाँ के मन्दिर और मस्जिद देखते ही बने थे। यहाँ हिन्दू कला के श्रेष्ठ नमूने उपलब्ध हैं। बेलूर होयसल वंशीय राजाओं द्वारा निर्मित मन्दिरों के लिए प्रसिद्ध है। होयसलों की राजधानी द्वारसमुद्र भी यहीं है। शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार मठों में से यही एक मठ श्रृंगेरी में है। यह प्राचीन तीर्थस्थल है। सोमनाथपुरम् का केशव मन्दिर भी यहीं है। यहाँ बंगलौर का वृन्दावन गार्डन, मैसूर का जुलाजिकल गार्डन, बीदर का गेम सैंक्चुअरी रंगठिठ्ठ, बर्ड सैंक्चुअरी, कृष्ण राजा सागर बाँध आदि यहाँ के प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं।

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गुजरात- 

यहीं पटियाला का प्रसिद्ध जैन मन्दिर है। यहाँ जैनियों के पवित्र तीर्थस्थल हैं। महात्मा गाँधी से जुड़ा यह स्थान विश्व में ख्याति प्राप्त है। यहीं उनका जन्मस्थान सेवाग्राम, पोरबन्दर, साबरमती, हरिजन आश्रम हैं तथा दाण्डी यात्रा भी यहीं शुरू हुई थी। गिरि फॉरेस्ट यहाँ का प्रमुख स्थान है जहाँ श्वेत रंग के बाघ पाले गये हैं जिनकी प्रजाति लुप्त होती जा रही है। यह परम्परा प्राचीनकाल से चली आ रही है। चन्द्रगुप्त द्वितीय ने यहीं विजय करने पर व्याघ्न निहन्ता नाम का सिक्का चलाया था। यहीं सिन्धु घाटी काल का प्रसिद्ध बन्दरगाह लोथल मिला है। द्वारिकाधीश का मन्दिर हिन्दुओं का अत्यन्त पूज्य यहीं समुद्र तट पर है। ऐसे चार द्वारिका यहाँ हैं। यह उद्योग के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ सूरत, अहमदाबाद आदि वस्त्र उद्योग के प्रमुख केन्द्र हैं। इतिहास प्रसिद्ध सोमनाथ मन्दिर भी यहीं है। गिशिर पर्वत जूनागढ़ में है। यह मौर्य शासकों की प्रान्तीय राजधानी थी। अशोक का शिलालेख, गिरिफारेस्ट आदि यहाँ दर्शनीय स्थल हैं। फिजिकल रिसर्च लेबोरेटरीय, स्पेशल एप्लीकेशन सेन्टर अहमदाबाद में स्थित है, और यही है रानी रूपमति का मकबरा, दादाहरी की बावली, संग्रहालय तथा पड़ोस में हैं- लोथल, केम्बे, नलसरोवर, मोधेरा का सूर्य मन्दिर आदि। बड़ौदा जिसे बड़ोदरा भी कहते हैं, और उसमें रेलवे स्टाफ कॉलेज है। आनन्द में भारत का प्रसिद्ध दुग्ध उत्पादन केन्द्र है। स्वतन्त्रता संग्राम के समय पटेल ने यहीं बारदोली नामक स्थान पर 'कर न दो' का नारा दिया था और यहाँ के प्रसिद्ध स्थल हैं- जूनागढ़, पटियाला, भावनगर, सौराष्ट्र, जामनगर, कच्छ द्वारिका तथा दयू की द्वीप समूह।

जम्मू कश्मीर-

यहाँ के प्रमुख स्थल हैं- लेह, लद्दाख, पहलगाँव, जम्मू श्रीनगर आदि । इसे पर्यटकों का स्वर्ग कहा जाता है। यहाँ पर्वत, घाटियाँ, झील, मक्का, कवास केसर की खेती, ऊनी वस्त्रों के ऊपर कारीगरी के लिए लोग पहुँचते हैं। यह प्राकृतिक दृश्य अत्यन्त प्रसिद्ध है। यहाँ डच झील, शालीमार बाग, श्रीनगर का शाहीचश्मा, पहलगाँव, उची गाँव, गेम सैंक्चुअरी, अमरनाथ की गुफा, वैष्णवी देवी का मन्दिर, मार्कण्ड मन्दिर, बौद्ध स्मारक स्तूप गुहा चैत्य आदि। जोजिल दर्रा आदि प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं। स्कीइंग के लिए यहाँ प्रशिक्षण संस्थान भी है।

तमिलनाडु - 

भारत के चार महानगरों में से मद्रास इसकी राजधानी है। प्रसिद्ध है यहाँ का संग्रहालय, कलीबीथ विश्वविद्यालय, सर्पविहार आदि। नीलगिरी पहाड़ियों में से ऊटी या उटकमण्ड यहाँ का प्रमुख प्राकृतिक दृश्य है। यह पर्यटन स्थल विदेशियों और फिल्म निर्माताओं को भी आकर्षित करता है। कोडई, कनाल, भारत को लंका से जोड़ने वाला आदम का पुल, विवेकानन्द शिला स्मारक यहाँ का प्रमुख दर्शनीय स्थल है। यहाँ और भीअनेक मन्दिर हैं- रामेश्वरम् कन्याकुमारी, मदुरे का मीनाक्षी मन्दिर, चिदम्बर का नटराज मन्दिर, महाबलीपुरम् के रथ मन्दिर आदि। पंल्लवों की राजधानी का कांचीपुरम् यहीं है जहाँ का कैलाशधाम मन्दिर विख्यात है। पाण्डवों की राजधानी मदुरै भी यहीं है। इसे मन्दिरों की स्थली कहा जाये तो कोई अत्युक्ति नहीं होगी। कोयम्बटूर का वन महाविद्यालय दर्शनीय स्थल है। यहाँ के प्रसिद्ध स्थल हैं- कन्याकुमारी, रामेश्वरम्, कोयम्बटूर, ऊटी, पाण्डिचेरी, तन्जौर, त्रिचरापल्ली आदि।

पंजाब- 

यहाँ के प्रसिद्ध नगर हैं- पटियाला, भटिण्डा, फिरोजपुर, जालन्धर, होशियारपुर, अमृतसर, बटाला आदि। सिन्धु घाटी सभ्यता का केन्द्र रोपड़ यहीं है। सिक्खों का प्रमुख स्वर्ण मन्दिर अमृतसर में बना है। यहीं प्रसिद्ध भाखड़ा नागल बाँध है। जालन्धर का यहाँ ख्याति प्राप्त नगर है। यहाँ खेल के सामान तथा शल्य चिकित्सा के औजारों का निर्माण होता है। होजरी के सामान उद्योगों के लिए प्रसिद्ध लुधियाना भी यहीं है। यहाँ का दर्शनीय स्थल है-जलियाँवाला बाग, गोविन्दगढ़. किला, रामबाग आदि।

पश्चिमी बंगाल-

भारत के चार महानगरों में से कलकत्ता भी एक है। इसे महलों का शहर कहा जाता है। इस शहर के दर्शनीय स्थल हैं- नेशनल लाइब्रेरी, विक्टोरिया मेमोरियल बोटेनिकल गार्डेन, शहीद मीनार, रविन्द्र सरोवर, रामकृष्ण मिशन, कोर्ट विलियम, इडेन गार्डन, काली मन्दिर, चिड़ियाघर, डलहौजी खवासर, आशुतोष संग्रहालय, बिड़ला औद्योगिक संग्रहालय, एकेडमी ऑफ फॉइन आर्ट्स, बैरकपुर भव्य बाजार, पीताम्बर जैन मन्दिर, लखोद मस्जिद, बिड़ला प्लेटोरियम, इण्डिया म्यूजियम विश्वविद्यालय, हावड़ा का झूलता पुल, तारकेश्वर का मन्दिर, सुन्दरवन, स्वामी विवेकानन्द मठ, वेलूर जलदापाड़ा, वन्य जीव अभयारण्य, दार्जिलिंग, दक्षिणेश्वर का मन्दिर आदि।

बिहार-

प्राचीन भारत की राजधानी पाटलिपुत्र यहीं है जो आज भी बिहार की राजधानी पटना है। यह 600 ई. पू. तक प्राचीन भारत की राजधानी थी। पटना के दर्शनीय बिन्दु हैं खुदाबख्श लाइब्रेरी, खुदाबख्श पुस्तकालय में अरबी और पार्शियन भाषा के दुर्लभ ग्रन्थ हैं। यहाँ मुगल और राजपूत चित्रकला सुरक्षित है। और यहाँ पर इंच की कुरान की पुस्तक है। सिन्हा लाइब्रेरी में डॉ. सच्चिदानन्द का निजी पुस्तकालय है। प्रत्येक पुस्तकों पर उनके पढ़ते समय चिह्न बने हुए हैं। यहाँ सभी विषयों की आधुनिकतम पुस्तकें हैं। संग्रहालय पाल गुप्त तथा मौर्यकाल की दुर्लभ कलाकृतियाँ संग्रहित है। विधानसभा भवन यहीं पटना के शहीदों की स्मृति में एक विशाल स्मारक इसके सड़क के चौराहे पर बना है। गोलधर अन्न संचायागार के लिए वोरेन हेस्टिंग्स के काल में केप्टेन जॉन ग्रैस्टिन ने बनवाया था। सदाकत आश्रम भवन भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद का आवास था जो स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों के लिए दे दिया गया है। वहीं स्वतन्त्रता के लिए सभाएँ होती थीं। शेरशाह मस्जिद तथा पत्थर की मस्जिद भी प्रमुख हैं। जमशेदपुर, रांची, गया, विष्णुपद, मगध, राजग्रह, सासाराम व अन्य अनेक पुरातत्व धार्मिक व प्राकृतिक दृश्य यहाँ के दर्शनीय स्थल हैं।

मध्य प्रदेश-

प्राचीन भारत का सर्वाधिक प्रसिद्ध स्थल, पर्वत श्रेणियों से जगह-जगह से घिरा दर्शकों के लिये यह प्रमुख आकर्षण का केन्द्र है। यहाँ का प्रसिद्ध शहर ग्वालियर है तथा उसका किला है। फिर भोपाल, इन्दौर, उज्जैन, देवास, खजुराहो, औंकारेश्वर महादेव, मण्डलेश्वर, मन्दसौर, माण्डव, धार, अमरकण्टक, पचमढ़ी के साथ अनेक पर्यटन स्थल मौजूद है।

महाराष्ट्र-

यहाँ के दर्शनीय स्थलों में मुम्बई, औरंगाबाद, अजन्ता, एलोरा, नासिक कुम्भ, शिरडी, रायगढ़, नागपुर, सतारा, प्रतापगढ़, अहमदनगर, शोलापुर, फिल्म उद्योग, फिल्म सिटी, पण्ढरपुर, गणपति उत्सव, शिवाजी आदि प्रसिद्ध हैं। साथ ही यहाँ के प्राकृतिक दृश्य समुद्र व अन्य पर्यटन के महत्वपूर्ण क्षेत्र है।

राजस्थान-

राजपूत शासकों ने मुगल स्थापत्य एवं चित्रकला राजे-रजवाड़ों के महल चौबारे, किले संग्रहालय प्रसिद्ध हैं। यहाँ की गणगौर, दशहरा, तीज-त्योहारों की परम्पराएँ, रीति-रिवाज पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है। भजमो कोढ़ा, जयपुर, उदयपुर, नगरवाड़ा, जैसलमेर, मारवाड़, झालावाड़, रेगिस्तान, बीकानेर, चित्तोड़गढ़, माउण्ट आबू, अरावली की पहाड़ियाँ, हल्दी घाटी, अरवन झील, सागर जैन मन्दिर आदि के साथ प्राकृतिक दृश्य यहाँ प्रसिद्ध हैं।

हरियाणा-

यहाँ का पर्यटन स्थल है- बड़खल झील, सूरज कुण्ड, सुल्तानपुर, वरवेट, सोहना, यादवेन्द उद्यान पिंजोर, कुरुक्षेत्र, पानीपत, देवचिक पक्षी विहार आदि। चण्डीगढ़ का गुलाबवाड़ी संग्रहालय, राक गार्डेन, सरकारी भवन आदि दर्शनीय हैं।

हिमाचल प्रदेश-

शिमला, मनाली, परवानू, डलहौजी धर्मशाला आदि यहाँ के प्रमुख पर्यटन केन्द्र हैं। यहाँ कांगड़ा और चम्बा घाटी के अनेक मन्दिर हैं। यहीं है कुली का प्राकृतिक स्थल। शिमला यहाँ का प्रसिद्ध स्थान है। जाखू मन्दिर, राज्य संग्रहालय, संकटमोचन, तारादेवी, कुफ्री, छदविक प्रताप, ग्रीष्म पर्वत, नलदेरा, मशोवरा आदि यहाँ के दर्शनीय स्थल हैं। कालका भी यहाँ का विशिष्ट स्थान है। नरकण्डा, तत्तपनी, छब्बा, रोहरू, मण्डी कांगड़ा घाटी, ज्वालामुखी, चित्तमुखी मसरूर, नुरपूर आदि।

दिल्ली- 

यह भारत की राजधानी है। यंहा का दिल्ली का लाल किला विश्व प्रसिद्ध है। बांग्ला साहिब, रिकाबगंज गुरुद्वारा, राजघाट शान्तिवन, विजयघाट, बिड़ला मन्दिर, त्रिमूर्ति भवन, संसद भवन, राष्ट्रपति निवास, मुगल गार्डेन, जामा मस्जिद, शीशमहल, पूर्णाकिला, कुतुबमीनार, चिड़ियाघर, राष्ट्रीय संग्रहालय, नेशनल लाइब्रेरी आदि दर्शनीय स्थल हैं। हुमायूँ का मकबरा और इण्डिया गेट भी यहीं हैं। ये विदेशियों के प्रमुख आकर्षण का केन्द्र हैं।

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