सर्वेक्षण क्या है ? अर्थ ,उद्देश्य ,प्रक्रिया - survey meaning in hindi

    सर्वेक्षण (SURVEY)

    अंग्रेजी शब्द 'Survey', Sor व Veeir से मिलकर बना है। 'सर्वेक्षण' शब्द इसी अंग्रेजी शब्द का हिन्दी रूपान्तरण है। चेम्बर्स अँग्रेजी-हिन्दी शब्दकोष में सर्वेक्षण से आशय "निरीक्षण करने या जाँचने से है।" 

    अर्थात् यथार्थ व सही सूचना प्रदान करने के लिये एक निरीक्षण ही सर्वेक्षण कहलाता है। वास्तव में सर्वेक्षण के अन्तर्गत किसी पूर्व परिभाषित समस्या के सम्बन्ध में तथ्यात्मक जानकारी एकत्रित की जाती है।

    सर्वेक्षण के उद्देश्य (OBJECTS OF SURVEY)

    एक सर्वेक्षण के निम्न उद्देश्य हो सकते हैं-

    (i) किसी विशिष्ट पहलू से सम्बद्ध तथ्य व आँकड़ों का एकत्रीकरण

    (ii) किसी परिकल्पना की सत्यता की जाँच 

    (iii) किसी सिद्धान्त की सत्यता/ यथार्थता का परीक्षण।

    (iv) किसी घटना के कारण व परिणामों के बीच सम्बन्ध का पता लगाना व जाँच करना।

    (v) किसी समस्या विशेष के समाधान सम्बन्धी जानकारी का एकत्रीकरण।

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    सर्वेक्षण आयोजन की प्रक्रिया (PROCESS OF CONDUCTING SURVEY) 

    एक सर्वेक्षण प्रक्रिया में निम्न चरण होते हैं-

    1. प्रथम चरण (First Step)

    इस चरण में निम्न बातें होती हैं-

    सर्वेक्षण की योजना (Planning of Survey)- इससे अभिप्राय किसी सर्वेक्षण कार्य के आरम्भ से अन्त तक के कार्यक्रम का एक व्यवस्थित क्रम में होने से है इस इस आयोजन को निम्न अवस्थाएँ होतो -

    (i) समस्या की व्याख्या, 

    (ii) सर्वेक्षण का उद्देश्य, 

    (iii) सर्वेक्षण का क्षेत्र, 

    (iv) परिकल्पना का निर्माण, 

    (v) शुद्धता का स्तर,

    (vi) प्रारम्भिक तैयारियाँ

    (vii) न्यादर्श का चुनाव, 

    (viii) बजट निर्माण, 

    (ix) समंक संकलन विधि, 

    (x) प्रपत्रों का निर्माण, 

    (xi) प्रगणकों का चुनाव व प्रशिक्षण, 

    (xii) पूर्वगामी सर्वेक्षण, 

    (xiii) सर्वेक्षण का संगठन।

    II. द्वितीय चरण (Second Step) 

    इस चरण में अग्र बातें होती हैं-

    (i) आँकड़ों का संकलन व सारणीयन, 

    (ii) आँकड़ों का सम्पादन, 

    (iii) समंकों का वर्गीकरण। इसमें संकलन हेतु समंक संकलन विधि का चयन कर आँकड़ों को एकत्रित करके उनका सम्पादन कर एकत्रित सामग्री को उपयोगी बनाया जाता है, तत्पश्चात् उसका वर्गीकरण व सारणीयन किया जाता है। 

    III. तृतीय चरण (Third Step)

    सर्वेक्षण के इस चरण में सार्थकता के स्तर का विश्लेषण व निर्वचन आता है। 

    (i) सार्थकता का स्तर, (ii) विश्लेषण व निवर्चन ।

    इसमें संकलित आँकड़ों के विश्लेषण के पूर्व निर्धारित परिकल्पना का परीक्षण किया जाता है, सार्थकता का स्तर निर्धारित किया जाता है अर्थात् निष्कर्ष की वैधता या पुष्टता की स्थापना की जाती है, तत्पश्चात् सारणीकृत व वर्गीकृत आँकड़ों को विश्लेषित किया जाता है जिसके आधार पर निष्कर्ष प्राप्त किये जाते हैं व नवीन ज्ञान का प्रादुर्भाव होता है।

    IV. अन्तिम चरण (Last Step)

    सर्वेक्षण का अन्तिम चरण प्रतिवेदन व इसका प्रकाशन है। इसमें सर्वेक्षण से प्राप्त समंकों को व उसके विश्लेषण के आधार पर प्राप्त निष्कर्षो की एक रिपोर्ट तैयार की जाती है व उसका प्रकाशन किया जाता है। प्रतिवेदन में भाषा व विचारों की स्पष्टता, सरलता व उसकी शुद्धता का ध्यान रखा जाता है। इसके बाद अन्त में समस्या से सम्बन्धित सुझाव की प्रस्तुति की जाती है। 

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